Not known Facts About shiv chalisa lyricsl
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कहे अयोध्या आस तुम्हारी। जानि सकल दुःख हरहु हमारी॥
सर्व कला, संम्पन तुम्ही हो, हे मेरे परमेश्वर,
जो यह पाठ करे मन लाई। ता पार होत है शम्भु सहाई॥
कार्तिक श्याम और गणराऊ। या छवि को कहि जात न काऊ॥
देवन जबहीं जाय पुकारा। तब ही दुख प्रभु आप निवारा॥
पुत्र होन कर इच्छा जोई। निश्चय शिव प्रसाद तेहि होई॥
महाशिवरात्रि पर करें राशिनुसार रुद्राभिषेक, जानिए इस शुभ पर्व का महत्व
more info त्रयोदशी ब्रत करे हमेशा। तन नहीं ताके रहे कलेशा॥
अथ श्री बृहस्पतिवार व्रत कथा
दिल्ली के प्रसिद्ध हनुमान बालाजी मंदिर
तेरी खोज में, ना जाने, कितने युग मेरे बीते,
जन्म जन्म के पाप नसावे। अन्तवास शिवपुर में पावे॥
त्रिगुणस्वामी जी की आरति जो कोइ नर गावे ।
दानिन महं तुम सम कोउ नाहीं। सेवक स्तुति करत सदाहीं॥